Category Archives: सभी भावो में सभी ग्रहो का युति

सूर्य चन्द्र की युति १, २, ३, ४, ५, ६ वें भाव में होने का फल – कुंडली में ज्योतिष के अनुसार

सूर्य चन्द्र की युति १, २, ३, ४, ५, ६ वें भाव में होने का फल - कुंडली में ज्योतिष के अनुसार

सूर्य चन्द्र की युति १, २, ३, ४, ५, ६ वें भाव में होने का फल – कुंडली में वैदिक ज्योतिष के अनुसार: सूर्य और चंद्रमा एक दूसरे के लिए बहुत ही अनुकूल हैं। कुंडली के किसी भी घर में इनका योग या युति उस विशेष घर की स्थिति को बढ़ाता है। निकट संयोजन में, सूर्य [Know More…]

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